हर घर में खाना बनाना हमारी ज़िन्दगी का अहम हिस्सा बन चुका है। रसोई की गैस के बिना यह संभव नहीं। लेकिन क्या आपको पता है कि एलपीजी की कीमत हर महीने बदलती रहती है। कभी ये बदलाव बहुत छोटे होते हैं तो कभी अचानक बड़े भी। देश में एलपीजी की कीमतें सरकार तय करती है। हर राज्य में अलग-अलग रेट होते हैं। यह पूरी तरह से वैश्विक बाजार की स्थिति और विदेशी मुद्रा दर पर निर्भर करता है। खास बात यह है कि एलपीजी की कीमतें हर आम आदमी की जेब पर सीधा असर डालती हैं। इसलिए यह जानकारी हर घर में होनी चाहिए भारत सरकार घरेलू उपयोग के लिए एलपीजी पर सब्सिडी भी देती है। यह सब्सिडी सीधे आपके बैंक खाते में आती है। सरकार अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क एलपीजी रेट्स के आधार पर सब्सिडी राशि तय करती है। इससे गरीब परिवारों को राहत मिलती है।14.2 किलोग्राम सिलेंडर पर सब्सिडी दी जाती है।
भारत के प्रमुख शहरों में आज का एलपीजी रेट
नई दिल्ली – ₹853.00
कोलकाता – ₹879.00
मुंबई – ₹852.50
चेन्नई – ₹868.50
बंगलोर – ₹855.50
पटना – ₹942.50
हैदराबाद – ₹905.00
त्रिपुरा – ₹1,013.50
हर महीने इनकी कीमतें अपडेट होती रहती हैं। खासकर व्यावसायिक (19 किलोग्राम) सिलेंडर के दाम में उतार-चढ़ाव ज्यादा देखने को मिलते हैं। जबकि घरेलू सिलेंडर की कीमतें ज्यादातर समय स्थिर बनी रहती हैं। इसलिए जब भी गैस सिलेंडर बुक करें, बुकिंग नंबर जरूर ध्यान से लें। यह नंबर आपके सिलेंडर की ट्रैकिंग में मदद करता है।
एलपीजी रेट बढ़ने का असर आम लोगों पर
एलपीजी के बढ़ते रेट से आम आदमी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। छोटे व्यवसायी, दुकानदार, रेस्तरां संचालक और गृहिणी इसका असर सीधा महसूस करते हैं। जब व्यावसायिक सिलेंडर महंगे होते हैं तो खाने-पीने की चीजें भी महंगी हो जाती हैं। (1 सितंबर से व्यावसायिक सिलेंडर की कीमत में अचानक उछाल आया है।) दूसरी तरफ घरेलू सिलेंडर पर सरकार की सब्सिडी कुछ राहत देती है।
उज्ज्वला योजना के तहत सरकार गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन भी देती है। इससे परिवार की रसोई सुलभ होती है। सरकार आधार से एलपीजी कनेक्शन लिंक करने पर जोर दे रही है ताकि सब्सिडी सीधे खाते में आ सके। इस योजना से लाखों परिवारों को फायदा हुआ है सरकार ने हाल ही में 12,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी मंजूर की है। इससे गरीबों को ज्यादा मदद मिलेगी। यह कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
एलपीजी सिलेंडर लेते समय ध्यान रखने योग्य बातें
जब भी आप गैस सिलेंडर बुक करें तो सबसे पहले बुकिंग नंबर को ध्यान से नोट करें। यह आपके सिलेंडर की ट्रैकिंग में मदद करेगा। सिलेंडर डिलीवर होने पर वजन और लीकेज की जांच करें। बहुत छोटी चूक भी बड़ा हादसा बन सकती है। (गैस का लीकेज होना खतरनाक हो सकता है।) इसलिए पूरी सावधानी से गैस सिलेंडर लें। समय-समय पर एजेंसी से कनेक्शन की जांच भी जरूरी है।
एलपीजी रेट क्यों बदलते रहते हैं
एलपीजी की कीमतें पूरी तरह से वैश्विक कच्चे तेल की दर, अंतरराष्ट्रीय गैस की कीमत और डॉलर के मुकाबले रुपये की दर पर निर्भर होती हैं। अगर वैश्विक गैस का उत्पादन ज्यादा हो जाए तो रेट गिरते हैं। लेकिन भंडारण में कमी हो या तेल की कीमत बढ़े तो एलपीजी सिलेंडर महंगे हो जाते हैं पिछले एक साल में घरेलू सिलेंडर के रेट में लगभग 100 रुपए की कमी आई है। यह आम लोगों के लिए राहत की बात थी। लेकिन व्यावसायिक सिलेंडर में लगातार बदलाव देखा गया है। ऐसे समय में सरकार की सब्सिडी योजनाएं एक बड़ी मदद साबित होती हैं।