राजधानी लखनऊ में घनी आबादी है और बाजार व्यस्त हैं। इन जगहों से गुजरने के लिए लोगों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब इन इलाकों से आना-जाना आसान होने वाला है। महत्वपूर्ण समय में ट्रेफिक जाम की परेशानी भी नहीं रहेगी। अब केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लखनऊ मेट्रो के चरण-1बी को मंजूरी दी है। इस पोस्ट में हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने वाले है। अगर आप इसके बारे में विस्तार में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारी यह पोस्ट अंत तक जरूर पढ़िए।
क्या कहा मंत्री अश्विनी वैष्णव ने
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा की लखनऊ मेट्रो के एकमुश्त योजना को मंजूरी दी गई है। नए काॅरिडोर में कुल 12 स्टेशन होने वाले है। इसमें सात भुमिगत और पांच एलिवेटेड स्टेशनों का समावेश होगा। मेट्रो से आवागमन आसान हो जाएगा। पुराने शहरों में जिन शहरों से मेट्रो गुजरने वाली है उनमें चौक, पांडेय गंज, अमीनाबाद, यहियागंज इन व्यावसायिक केंद्रों का समावेश होगा।
चारबाग से बसंतकुंज तक दौड़ने वाली है मेट्रो
छह महिने में टेंडर करके इसका काम शुरू कर दिया जाने वाला है। पिछले साल मार्च में ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर की डीपीआर को राज्य सरकार ने अनुमोदित किया था। इसके बाद जुलाई में परियोजना को नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) से और इस वर्ष मई में डीपीआर को पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (पीआईबी) की मंजूरी मिली है। अब केंद्रीय कैबिनेट की अनुमति से इसकी राह आसान होने वाली है।
यह होंगे भुमिगत और एलिवेटेड स्टेशन
चारबाग, चौक, अमीनाबाद, गौतमबुद्ध मार्ग (लाटूश), पांडेयगंज, सिटी स्टेशन, मेडिकल कॉलेज चौराहा यह भुमिगत स्टेशन होंगे। बसंतकुंज, ठाकुरगंज, मूसाबाग, बालागंज, सरफराजगंज यह स्टेशन एलिवेटेड होंगे।
पर्यटन क्षेत्र भी मेट्रो से जुड़ेंगे
स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अहम किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (मेडिकल कॉलेज) और प्रमुख पर्यटन आकर्षण क्षेत्र छोटा इमामबाड़ा, इमामबाड़ा, घंटाघर, भूल-भुलैया और रुमी दरवाजा जैसे इलाके भी कॉरिडोर मेट्रो नेटवर्क से जुड़ने वाले है। यह क्षेत्र सिर्फ घुमने के लिए ही नहीं बल्कि खाने-पीने के लिए भी लोकप्रिय है। इससे सार्वजनिक परिवहन भी बढ़ने वाला है और अत्याधिक भीड़ वाली जगह पर आवागमन भी सुगम होने वाला है।