Bank Close Update : अचानक देश के चर्चित बैंक बंद, चारों तरफ मचा हाहाकार RBI के तरफ से नया नियम लागू।

देश में बैंक आम लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बनए चुके हैं। हर कोई अपनी मेहनत की कमाई सुरक्षित रखने के लिए बैंक पर भरोसा करता है। लेकिन जब अचानक किसी बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया जाता है तो ग्राहकों के दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं। हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ऐसा ही बड़ा फैसला लिया है जिससे हजारों खाताधारकों को झटका लगा है। आइए जानते हैं कि कौन सा बैंक बंद हुआ है और ग्राहकों को अब कितना पैसा मिलेगा।

RBI ने लिया कड़ा फैसला

भारतीय रिजर्व बैंक ने कर्नाटक के करवार अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है। अब यह बैंक किसी भी तरह का बैंकिंग कारोबार नहीं कर सकेगा।से आरबीआई ने साफ कहा है कि बैंक की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो चुकी थी कि इसे चालू रखना ग्राहकों के लिए नुकसानदायक होता।

क्यों रद्द किया गया बैंक का लाइसेंस

आरबीआई ने आदेश जारी करते हुए बताया कि बैंक के पास न तो पर्याप्त पूंजी बची है और न ही भविष्य में आय की संभावना नजर आ रही है। बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट 1949 की धारा 56 और 5B के प्रावधानों का उल्लंघन होने की वजह से भी बैंक पर तुरंत रोक लगाई गई है आरबीआई का कहना है कि बैंक खाताधारकों को पूरी तरह भुगतान करने में असमर्थ है। ऐसे में इसे बंद करना ही सही फैसला है ताकि लोगों को और नुकसान न हो।

खाताधारकों के पैसे पर असर

बैंक बंद होने के बाद सबसे बड़ा सवालs ग्राहकों का यही है कि उनका पैसा क्या होगा। घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन के तहत हर खाते में जमा रकम पर 5 लाख रुपए तक का बीमा कवर होता है। यानी यदि किसी ग्राहक के खाते में 10 लाख रुपए भी जमा हैं तो उसे अधिकतम 5 लाख रुपए ही मिलेंगे। यह रकम बचत खाता, चालू खाता या फिक्स डिपॉजिट किसी भी खाते में जमा हो सकती है।

ग्राहकों को कितनी रकम निकालने की अनुमति

आरबीआई के फैसले के बाद अब इस बैंक के खाताधारक अपने खाते से अधिकतम 5 लाख रुपए तक ही निकाल सकते हैं। यह नियम उस तारीख से लागू होता है जिस दिन बैंक का लाइसेंस रद्द किया गया है। उस दिन तक खाते में जमा कुल राशि और ब्याज मिलाकर ग्राहक 5 लाख रुपए तक का दावा कर सकता है।

खाताधारकों के लिए राहत

हालांकि बैंक बंद होने से लोगों की चिंता बढ़ गई है लेकिन अच्छी बात यह है कि ग्राहकों का पैसा पूरी तरह डूबा नहीं है। उन्हें इंश्योरेंस की वजह से 5 लाख रुपए तक की गारंटी दी जाएगी। यह कदम लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही उठाया गया है ताकि बड़े स्तर पर आर्थिक नुकसान से बचा जा सके।

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